उत्तरकाशी मल्ला गांव में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन, भक्तों ने लिया भाग

ग्राम पंचायत मल्ला में देव डोलियों के सानिध्य और ढोल नगाड़ों के बीच श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के साथ भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। भटवाड़ी प्रखंड के मल्ला गांव में स्वर्गीय उपेंद्र सिंह रावत (अध्यापक) की मोक्ष प्राप्ति के निमित्त उनकी धर्मपत्नी अनीता रावत (अध्यापिका), पुत्र आशीष रावत और भाई मनोजेंद्र सिंह रावत (जिला महामंत्री ओबीसी मोर्चा भाजपा उत्तरकाशी) द्वारा आयोजित इस कथा का शुभारंभ भव्य कलश शोभा यात्रा के साथ किया गया।

कलश शोभा यात्रा समेश्वर देवता मंदिर प्रांगण से गंगा घाट के लिए प्रस्थान की गई। लाल और पीले वस्त्र धारण कर सिर पर कलश रखकर महिलाओं, श्रद्धालुओं एवं अन्य भक्तों ने कथा व्यास पूज्य पाद आचार्य सीता शरण महाराज की अगुवाई में शोभा यात्रा निकाली गई। मंडप और वेद पाठी सभी ब्राह्मण देवताओं की पूजा उपरांत पूज्य व्यास आचार्य सीता शरण महाराज ने भागवत के प्रथम श्लोक “सच्चिदानंद रूपाय” का पाठ किया। कथा वक्ता ने कहा, सच्चिदानंद स्वरूप भगवान श्री कृष्ण को हम नमस्कार करते हैं, जो इस जगत की उत्पत्ति, स्थिति, और विनाश के हेतु हैं और जो आध्यात्मिक, आधिदैविक, और आधिभौतिक तीनों प्रकार के तापों का नाश करने वाले हैं। आचार्य श्री ने भागवत के महात्म्य पर प्रकाश डालते हुए गौ कर्ण और धुंधकारी का प्रसंग भी सुनाया।

कथा के दौरान आचार्य श्री सीता शरण जी महाराज ने भागवत कथा के विभिन्न प्रसंगों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने गौ कर्ण और धुंधकारी के प्रसंग को सुनाते हुए बताया कि किस प्रकार गौ कृपा से धुंधकारी को मोक्ष प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि भागवत कथा सुनने से मनुष्य के जीवन में शांति और समृद्धि आती है और यह कथा जीवन के तीनों तापों – आध्यात्मिक, आधिदैविक, और आधिभौतिक – का नाश करती है। इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से कथा का श्रवण किया और भगवान श्री कृष्ण की महिमा का गुणगान किया। यजमान परिवार और अन्य भक्तों ने आचार्य श्री का आशीर्वाद प्राप्त किया और कथा के महत्व को समझा।

ग्राम पंचायत मल्ला, सैंज, गोरसाली, पाही, भटवाड़ी, भेलाटीपरी, द्वारी, लाटा के ग्रामीण और अन्य गणमान्य लोग इस भव्य आयोजन में शामिल हुए और उन्होंने इस धार्मिक आयोजन की सराहना की। कथा के दौरान भक्ति गीतों और भजनों का भी आयोजन किया गया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया। इस प्रकार, श्रीमद्भागवत कथा का यह आयोजन न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में एकता और सद्भावना का संदेश भी फैलाता है।

इस मौके पर पूज्य ब्रह्मऋषि जगदीश प्रसाद नौटियाल, मंडपाचार्य आचार्य प्रभात नौटियाल, कुल पुरोहित पंडित देवेंद्र प्रसाद रतूड़ी, राजेंद्र प्रसाद रतूड़ी, यजमान परिवार के मुखिया राजेंद्र सिंह रावत, राम कृष्ण प्रताप सिंह, कृष्ण प्रताप सिंह, जगेंद्र सिंह रावत, मानेंद्र सिंह रावत, सुरेंद्र सिंह रावत, भारत सिंह रावत, रविंद्र सिंह रावत, महावीर सिंह रावत, जयबीर सिंह रावत, बृजमोहन सिंह, माधवेश रावत, हिमपाल सिंह, राजेश रावत, रघुबीर सिंह रावत, विनोद रावत, संजय सिंह रावत, देवेंद्र रावत, जगेंद्र सिंह रावत, मोहन सिंह रावत, जितेंद्र रावत, नवीन रावत, मंजीत सिंह रावत, भूपेश रावत, लोकेंद्र रावत, कुलदीप रावत, मनोहर सिंह रावत, अखिल रावत, आदित्य रावत, ग्राम प्रधान शैलेन्द्री देवी, बीडीसी मेंबर सचिना रावत, प्रधान पाही प्रीतम सिंह रावत, प्रधान मनेरी प्रताप रावत, प्रधान गोरशाली नवीन राणा, प्रधान सैंज ममता नौटियाल सहित ग्राम पंचायत मल्ला, सैंज, गोरसाली, पाही, भटवाड़ी, भेलाटीपरी, द्वारी, लाटा के ग्रामीण और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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